सार्थक प्राइमरी एकेडमी में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस: सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम

 


सुपौल। स्वतंत्रता दिवस का अवसर भारतीयों के लिए गर्व और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। इस विशेष अवसर को पूरे देश में हर्षोल्लास और जोश के साथ मनाया जाता है, और इसी परंपरा का पालन करते हुए सुपौल जिला मुख्यालय स्थित सार्थक प्राइमरी एकेडमी में भी दिनांक: 15/08/24 को स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में न केवल विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, बल्कि अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने।


झंडोतोलन और स्वतंत्रता दिवस की शुरुआत

स्वतंत्रता दिवस का यह कार्यक्रम विद्यालय परिसर में सुबह से ही शुरू हो गया था। कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण से हुई, जिसे विद्यालय के डायरेक्टर राजन चमन ने किया। झंडोतोलन के बाद, राष्ट्रगान का सामूहिक गायन किया गया, जिसमें विद्यालय के सभी छात्र, शिक्षक और अतिथि शामिल हुए। राष्ट्रगान के बाद, स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, और विद्यार्थियों को उनके बलिदान और संघर्ष के बारे में बताया गया।


राजन चमन ने इस अवसर पर कहा, "स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, यह हमें हमारे देश के इतिहास, संस्कृति और संघर्षों की याद दिलाता है। हमारा कर्तव्य है कि हम अपने बच्चों को इन मूल्यों से परिचित कराएं और उन्हें अपने देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए प्रेरित करें।"


बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम

सार्थक प्राइमरी एकेडमी में आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की सबसे बड़ी खासियत वहां प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रम रहे। बच्चों ने इस अवसर पर अपने कला और संस्कृति का बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिससे न केवल अभिभावक बल्कि सभी आम लोग भी मंत्रमुग्ध हो गए। विद्यालय के छोटे-छोटे बच्चों ने नृत्य, नाटक, भाषण, और संगीत जैसी विधाओं में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

विद्यालय के डायरेक्टर, राजन चमन ने बताया, "हमारी हमेशा कोशिश रहती है कि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो, और इसके लिए हमारी टीम लगातार काम करती है। स्वतंत्रता दिवस जैसे अवसरों पर बच्चों को अपनी कला और रचनात्मकता को प्रस्तुत करने का मंच मिलता है, जो उनके आत्मविश्वास और प्रतिभा को निखारता है।"






सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत नाटक और नृत्य ने दर्शकों का दिल जीत लिया। बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम के ऐतिहासिक पलों को अपने नाट्य प्रदर्शन के माध्यम से जीवंत कर दिया। "जैसी करनी वैसी भरनी" नामक नाटक को बच्चों ने बेहद प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया, जिसने दर्शकों के बीच गहरी छाप छोड़ी।


भाषण और प्रतियोगिताएं

स्वतंत्रता दिवस के इस आयोजन में बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया, जिनमें भाषण, नृत्य, नाटक, और गायन प्रतियोगिताएं शामिल थीं। भाषण प्रतियोगिता में बच्चों ने स्वतंत्रता संग्राम के नायकों और उनके बलिदानों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। सार्थक, अभिषेक, और प्रवीण भास्कर ने अपने भाषण के माध्यम से सभी का दिल जीत लिया और उन्हें संयुक्त रूप से प्रथम स्थान प्रदान किया गया।

इसी प्रकार, नृत्य प्रतियोगिता में श्रद्धा, खुशी, और मिष्ठी ने अपने मनमोहक नृत्य से सभी को प्रभावित किया और प्रथम स्थान हासिल किया। गायन प्रतियोगिता में आद्यंत उज्ज्वल, श्रद्धा, और उज्ज्वल ने अपने संगीत के माध्यम से देशभक्ति की भावना को उजागर किया और पुरस्कार प्राप्त किया।


पुरस्कार और सम्मान

बच्चों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों को देखते हुए उन्हें पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि कमलेश्वरी यादव, कौशल किशोर यादव, मुन्ना चमन, रूपेश कुमार, विपिन ठाकुर, और भोगानाथ चौधरी ने बच्चों को मेडल, कप, किताबें और इंस्ट्रूमेंट बॉक्स देकर सम्मानित किया। यह पुरस्कार न केवल बच्चों के प्रयासों की सराहना थी, बल्कि उन्हें और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करने का एक माध्यम भी था।

विद्यालय के एकेडमिक एडवाइजर रोहित मिश्रा ने बताया, "हमारा उद्देश्य केवल बच्चों को शिक्षा देना नहीं है, बल्कि उनकी हर प्रतिभा को निखारना भी है। स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में बच्चों ने जिस प्रकार से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है, वह सराहनीय है। हम उन्हें उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित कर रहे हैं, ताकि वे भविष्य में भी इसी उत्साह और मेहनत से काम करें।"


अतिथियों का संबोधन और समाज में योगदान

इस कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथियों ने भी स्वतंत्रता दिवस के महत्व और बच्चों की प्रस्तुतियों पर अपने विचार साझा किए। कमलेश्वरी यादव ने कहा, "सार्थक प्राइमरी एकेडमी ने जिस प्रकार से इस कार्यक्रम का आयोजन किया है, वह सराहनीय है। बच्चों ने जिस जोश और उत्साह के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है, वह देश के भविष्य के प्रति हमारी उम्मीदों को और भी मजबूत करता है।"


कौशल किशोर यादव ने कहा, "स्वतंत्रता दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, बल्कि यह हमारे देश के महान इतिहास और हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करने का दिन है। बच्चों को इस उम्र से ही देशभक्ति की भावना से परिचित कराना अत्यंत आवश्यक है, और सार्थक प्राइमरी एकेडमी इस दिशा में बहुत अच्छा काम कर रही है।"


आयोजन की सफलता और टीम का योगदान

















स्वतंत्रता दिवस का यह भव्य कार्यक्रम विद्यालय की टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम था। कार्यक्रम को सफल बनाने में कई शिक्षकों और कर्मचारियों का योगदान रहा। इस आयोजन में दीपक ठाकुर, उज्ज्वल आनंद, मिंटू चमन, सतीश कुमार, दीपक कुमार, ललन कुमार, बासु जी, सत्यम कुमार, चांदनी चमन, अभिजीत चमन, आदर्श चमन, मुरारी, मनीषा पाठक, मधु कुमारी, नीलू पाठक, अजीत कुमार, पंकज कुमार, अमोल झा, रोहन कुमार, सुबोध झा, गणेश चौधरी, सुमित कुमार, मुकेश कुमार, अरविंद कुमार, कुंदन कुमार आदि का योगदान अतुलनीय रहा।

विद्यालय की शिक्षिका, मनीषा पाठक ने बताया, "इस आयोजन के लिए हमने कई दिनों से तैयारी की थी, और जब बच्चों ने आज अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया, तो हमें गर्व महसूस हो रहा है। बच्चों की इस सफलता में उनके शिक्षकों और माता-पिता का भी महत्वपूर्ण योगदान है।"


निष्कर्ष

स्वतंत्रता दिवस के इस अवसर पर सार्थक प्राइमरी एकेडमी में आयोजित कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए एक सीखने का अनुभव था, बल्कि यह विद्यालय और समाज के लिए एक गर्व का क्षण भी था। बच्चों ने अपनी कला, नाटक, भाषण और संगीत के माध्यम से न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम के महान नायकों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

इस प्रकार के आयोजन बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाते हैं और उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानने का अवसर प्रदान करते हैं। सार्थक प्राइमरी एकेडमी का यह प्रयास निश्चित रूप से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और ऐसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा और समाज सेवा के बीच की कड़ी को समझने का मौका मिलता है।