सार्थक प्राइमरी एकेडमी के नन्हें कलाकारों की रंगीन दुनिया

स्थान: गौरवगढ़, सुपौल
विद्यालय: सार्थक प्राइमरी एकेडमी
दिनांक: 02 अगस्त 2025

सार्थक प्राइमरी एकेडमी में दिनांक 02 अगस्त 2025 को कक्षा 4 के बच्चों के लिए एक बहुत ही मजेदार और रचनात्मक कार्यक्रम हुआ। इस दिन बच्चों को अपने मन से अपनी कॉपी या पेज में कोई भी ड्राइंग बनाने और उसमें रंग भरने के लिए कहा गया। यह कार्यक्रम विद्यालय के शिक्षक सत्यम सर की देखरेख में हुआ।

बच्चों ने दिखाई अपनी कला

इस ड्राइंग कार्यक्रम में सभी बच्चों ने बहुत बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। हर बच्चे ने अपनी सोच के अनुसार अलग-अलग चित्र बनाए। किसी ने पर्वत और सूरज बनाए, किसी ने पेड़ और फूलों वाला बगीचा, किसी ने धरती माता को रंगों से सजाया। सभी चित्र बहुत ही सुंदर और रंग-बिरंगे थे।

बच्चों ने बहुत मेहनत से चित्र बनाए। सभी बच्चों ने अपनी-अपनी कॉपी या पेज में ड्राइंग की और उसमें रंग भरे। जब उनका चित्र पूरा हुआ, तो उन्होंने उसे सत्यम सर को दिखाया।

सत्यम सर ने कहा...

सत्यम सर ने बच्चों की ड्रॉइंग देखकर बहुत खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा: “बच्चे जब अपने मन से कुछ बनाते हैं, तो बहुत सुंदर चीजें बनती हैं। सभी चित्र बहुत सुंदर हैं। बच्चों ने अपने मन की बात कागज़ पर दिखाई है।” उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों को खुश रहने, सोचने, और कुछ नया बनाने में मदद करते हैं।

बच्चों के चित्र

विद्यालय में आयोजित चित्रकला गतिविधि के अंतर्गत बच्चों ने अपनी कल्पनाओं और भावनाओं को रंगों के माध्यम से बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया।

• हेमंत ने अपने घर के सामने बने बगीचे का चित्र बनाया। उसके चित्र में एक पेड़, रंग-बिरंगे फूल, चमकता सूरज और आसमान में तैरते बादल थे। यह चित्र बेहद सुंदर और रंगीन था।

• आस्था ने अपने पसंदीदा कार्टून डोरेमोन का चित्र बनाया। उसने बताया कि उसे डोरेमोन बहुत पसंद है क्योंकि वह हमेशा दूसरों की मदद करता है।

• शिवानी ने अंडे से बाहर निकलते हुए एक छोटे चूजे का चित्र बनाया। उसने कहा कि यह जीवन की शुरुआत को दर्शाता है और उसे पक्षी बहुत पसंद हैं।

• शालू प्रिया ने लाल रंग के सुंदर फूलों का चित्र बनाया। उसने कहा कि उसे फूल बहुत पसंद हैं क्योंकि वे प्रकृति की सुंदरता बढ़ाते हैं।

• नगमा ने अपने घर की तस्वीर बनाई, जिसमें खिड़कियाँ, दरवाज़ा बहुत सुंदर ढंग से दर्शाया गया था।

• रागिनी ने शाम के समय पर्वतों के दृश्य को चित्रित किया। आसमान में सूरज ढल रहा था और बादलों के बीच हल्की रोशनी थी, जिससे चित्र बहुत मनमोहक लग रहा था।

• इशु भारती ने पेड़-पौधे, घर और पहाड़ों का सुंदर दृश्य बनाया। उसका चित्र प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाता था।

• रिया ने सुबह के समय का पर्वतीय दृश्य बनाया। उसके चित्र में उगता हुआ सूरज, धुंधले बादल और हरियाली से ढंके पहाड़ थे, जो बहुत ही शांतिपूर्ण लग रहे थे।

• रौनक प्रिया रॉय ने बत्तख (duck) का सुंदर चित्र बनाया। उसने बत्तख को बहुत आकर्षक ढंग से रंगों के माध्यम से दिखाया।

• मोनू ने अपने घर और उसके आसपास के पेड़ों का चित्र बनाया। उसने बताया कि पेड़ हमारे जीवन में कितने उपयोगी हैं और इन्हें बचाना बहुत जरूरी है।

बच्चों ने क्या कहा...

चित्रकला गतिविधि में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का अद्भुत प्रदर्शन किया। हर बच्चे ने अपने चित्र के माध्यम से कोई न कोई शिक्षाप्रद संदेश देने की कोशिश की।

• चंदन ने पृथ्वी की गति (Movement of the Earth) का चित्र बनाया। उसने बड़े ही सुंदर ढंग से बताया कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जिससे दिन और रात होते हैं, और सूर्य की परिक्रमा करती है, जिससे ऋतुओं में परिवर्तन आता है। उसका चित्र विज्ञान की समझ और कल्पना का सुंदर मेल था।

• नंदिनी ने धरती का चित्र बनाया। उसने नीले और हरे रंगों से पृथ्वी को सजाया, जिससे जल और हरियाली का संतुलन दिखाया गया। चित्र के नीचे उसने "Earth" लिखा और यह संदेश दिया कि – हमें अपनी पृथ्वी को स्वच्छ और सुरक्षित रखना चाहिए। उसका चित्र पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता को दर्शाता था।


• दिव्यांशु और सुंदर ने जल चक्र (Water Cycle) का सुंदर और शिक्षाप्रद चित्र बनाया। उन्होंने वाष्पन, संघनन, वर्षा और जलसंचयन की प्रक्रिया को क्रमशः दर्शाया। उन्होंने समझाया कि जलचक्र प्रकृति में पानी के संतुलन को बनाए रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

• आदित्य ने कीटाणुओं (Germs) का चित्र बनाया। उसने बैक्टीरिया, वायरस और फंगस को अलग-अलग रंगों में दर्शाया और उनके नाम भी लिखे। साथ ही, उसने यह भी बताया कि ये कीटाणु किस तरह की बीमारियाँ फैलाते हैं। यह चित्र बच्चों को स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति सजग रहने का संदेश देता है।

• अनुराग ने पौधे के विभिन्न भागों (Parts of the Plant) का रंगीन चित्र बनाया। उसने जड़, तना, पत्ती, फूल और फल को सुंदर रंगों से दर्शाया। यह चित्र न सिर्फ जानकारीपूर्ण था, बल्कि पौधों के महत्व को भी उजागर करता था।

• कुश ने पर्यावरण संतुलन पर आधारित एक प्रेरणादायक चित्र बनाया। उसमें उसने “Don’t Cut Trees”, “Go Green”, “Stop Pollution” और “Save Water” जैसे नारों को सुंदर चित्रों के साथ प्रस्तुत किया। उसका चित्र हमें प्रकृति की रक्षा और जिम्मेदारी का अहसास कराता है।

• शिवम ने World Water Day से संबंधित एक प्रभावशाली चित्र बनाया, जिसमें जल संरक्षण और स्वच्छता का महत्व दिखाया गया। उसने अपने चित्र के माध्यम से यह संदेश दिया कि – जल ही जीवन है, इसका संरक्षण करना हम सबकी जिम्मेदारी है।

• आर्या ने देशभक्ति को दर्शाते हुए एक सैनिक का चित्र बनाया जो तिरंगे को सलामी दे रहा था। उसके चित्र से देश के प्रति सम्मान, गर्व और समर्पण की भावना झलक रही थी। यह चित्र बच्चों में राष्ट्रप्रेम की भावना को प्रबल करने वाला था।

• राम प्रवेश, मयंक, रजनीकांत प्रवीण, राजा, आदित्य और सत्यम ने भी अपनी कलात्मक प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने-अपने चित्रों में रचनात्मकता और सोच की झलक दी।

सभी बच्चों के चित्र उनकी सोच, संवेदना और विषय के प्रति समझ को दर्शा रहे थे। इस गतिविधि ने न केवल उनकी कल्पनाशक्ति को बढ़ावा दिया, बल्कि उन्हें महत्वपूर्ण सामाजिक और वैज्ञानिक विषयों के प्रति जागरूक भी किया।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था –
• बच्चों की कलात्मक सोच को बढ़ाना।
• बच्चों को खुशी और आत्मविश्वास देना।
• उन्हें कुछ नया सीखने का मौका देना।
• उनकी रुचियों को पहचानना।

निष्कर्ष

सार्थक प्राइमरी एकेडमी में हुआ यह ड्राइंग कार्यक्रम बच्चों के लिए बहुत अच्छा अनुभव रहा। उन्होंने अपने मन की बात चित्रों के जरिए बताई। बच्चों ने सीखा कि कला केवल चित्र बनाना नहीं है, बल्कि यह एक अभिव्यक्ति का तरीका है। इस कार्यक्रम से बच्चों को खुशी, सीख, और प्रेरणा तीनों मिली।