नवरात्रि पर सार्थक प्राइमरी एकेडमी की अनोखी पहल – हरदी दुर्गास्थान में श्रद्धालुओं के लिए शरबत और शुद्ध पेयजल सेवा
सुपौल (बिहार), 2 अक्टूबर 2025
नवरात्रि पर्व पर जहां चारों ओर श्रद्धा और आस्था का माहौल रहता है, वहीं सुपौल जिले का प्रसिद्ध स्थल हरदी दुर्गास्थान लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनता है। यहां नौ दिनों तक सुबह से लेकर शाम तक भक्तगण दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं। इस अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई संस्थाएँ अपनी-अपनी तरह से सेवाएँ देती हैं। इसी कड़ी में सार्थक प्राइमरी एकेडमी, गौरवगढ़, सुपौल ने इस बार एक सराहनीय पहल की। विद्यालय के प्रांगण से जुड़े प्रबंधन और शिक्षकों ने मिलकर श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क शरबत और शुद्ध पेयजल सेवा की व्यवस्था की।
विद्यालय का संकल्प – शिक्षा के साथ समाज सेवा
सार्थक प्राइमरी एकेडमी केवल एक शैक्षणिक संस्था नहीं है, बल्कि यह बच्चों में संस्कार, सेवा भाव और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। विद्यालय का प्रबंधन हमेशा से यह मानता है कि "शिक्षा का असली उद्देश्य केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना भी है।"
इस नवरात्रि पर विद्यालय ने 22 सितंबर से 1 अक्टूबर तक, प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक श्रद्धालुओं को ठंडा शरबत और शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया। तेज धूप और उमस के बीच यह सेवा श्रद्धालुओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं रही।
राजन सर की प्रेरणा – अनुभव से जन्मी सेवा
सार्थक प्राइमरी एकेडमी के निदेशक श्री राजन सर ने इस पहल की शुरुआत पिछले वर्ष 2023 के नवरात्रि मेले के अनुभव से की। राजन सर ने स्वयं देखा कि तेज धूप और भीड़ के बीच श्रद्धालुओं को पीने के पानी के लिए परेशान होना पड़ता था। तभी उन्होंने संकल्प लिया कि अगले वर्ष विद्यालय की ओर से श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क पेयजल सेवा शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा –"नवरात्रि पर मां दुर्गा की सेवा केवल पूजा-अर्चना से पूरी नहीं होती, बल्कि भक्तों की सुविधा और सेवा करना भी उतना ही जरूरी है। हमारे लिए यह सेवा किसी सामाजिक कार्य से बढ़कर धार्मिक कर्तव्य है।"
राजन सर का संदेश
विद्यालय के निदेशक श्री राजन सर ने नवरात्रि से पहले फेसबुक पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा कि मां दुर्गा की असीम कृपा और उनके आशीर्वाद से ही यह सेवा हर साल संभव हो पाती है।
राजन सर ने कहा –
"मां दुर्गा की कृपा रही और स्वास्थ्य सही रहा तो अन्य वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे नवरात्रि मां हरदी वाली के दरबार में आए श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क शर्बत और शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करेगी सार्थक ग्रुप।"
उन्होंने आगे यह भी बताया कि बीते वर्षों में इस सेवा से हजारों श्रद्धालु लाभान्वित हुए हैं और इस बार भी विद्यालय परिवार पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ इस कार्य को करेगा।
अपने पोस्ट में उन्होंने "दुर्गा पूजा 2024 की यादगार तस्वीर" भी साझा की, जिससे यह साफ झलकता है कि यह सेवा केवल एक आयोजन नहीं बल्कि विद्यालय परिवार की वार्षिक परंपरा बन चुकी है।
रोहित सर की भूमिका और विचार
विद्यालय के एकेडमिक एडवाइजर श्री रोहित सर ने इस पहल को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। उनका मानना है कि बच्चे वही सीखते हैं जो वे अपने शिक्षकों और समाज से देखते हैं। इसलिए यदि विद्यालय समाज की सेवा करेगा तो बच्चे भी सेवा भाव को जीवन का हिस्सा बनाएंगे।
रोहित सर ने कहा – "हम चाहते हैं कि सार्थक प्राइमरी एकेडमी के बच्चे केवल पढ़ाई में ही नहीं, बल्कि समाज की भलाई के कामों में भी आगे रहें। यही सच्ची शिक्षा है।"
सहयोगियों और अभिभावकों का योगदान
इस सेवा को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षकों, सहयोगियों और अभिभावकों ने भी बढ़-चढ़कर योगदान दिया। कई अभिभावकों ने स्वयं आकर शरबत वितरण में मदद की। विद्यालय से जुड़े सार्थक ग्रुप के सदस्यों ने भी आर्थिक और व्यक्तिगत स्तर पर इस सेवा में अपना सहयोग दिया।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया
शरबत और पानी की यह सेवा श्रद्धालुओं के बीच चर्चा का विषय बन गई। हरदी दुर्गास्थान आने वाले हजारों भक्तों ने सार्थक प्राइमरी एकेडमी की इस पहल की सराहना की। कई श्रद्धालुओं ने कहा कि इतनी गर्मी और भीड़ में यह सेवा बहुत राहत देने वाली रही।
पिछले साल से इस साल तक – एक बढ़ता हुआ संकल्प
2023 में पहली बार इस सेवा की शुरुआत हुई थी, जो सीमित स्तर पर थी। लेकिन 2024 में यह सेवा और भी बड़े स्तर पर आयोजित की गई। इस बार विद्यालय ने बेहतर प्रबंधन, पर्याप्त मात्रा में शरबत और पानी की व्यवस्था की। इससे यह सेवा और भी सफल और प्रभावी साबित हुई।
राजन सर के पिता का सपना और विद्यालय की पृष्ठभूमि
राजन सर अक्सर यह बताते हैं कि उनके पिता का सपना था कि गांव के बच्चे अच्छे वातावरण में शिक्षा प्राप्त करें। इसी सपने को पूरा करने के लिए नागेश्वर पाठक मेमोरियल ट्रस्ट के अंतर्गत सार्थक प्राइमरी एकेडमी की स्थापना की गई। आज विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ समाज सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। राजन सर ने यह भी कहा कि इस सफर में परिवार के सभी सदस्यों का साथ, सार्थक ग्रुप के सहयोगियों और अभिभावकों का सहयोग ही उनकी सबसे बड़ी ताकत रहा है।
नेताओं और समाजसेवियों का उत्साहवर्धन
इस सेवा को देखकर स्थानीय समाजसेवियों, जनप्रतिनिधियों और नेताओं ने भी विद्यालय की सराहना की। उन्होंने इसे समाज के लिए प्रेरणादायक कदम बताया। कई लोगों ने कहा कि ऐसे प्रयासों से समाज में सहयोग और सेवा की भावना मजबूत होती है।
विद्यालय के निदेशक श्री राजन सर ने फेसबुक पर राजद के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक और अभिभावक आदरणीय यदुवंश यादव जी तथा रामनाथ मंडल जी के योगदान और आशीर्वाद की सराहना की।
राजन सर ने लिखा –
"राजद के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक अभिभावक आदरणीय यदुवंश यादव जी और रामनाथ मंडल जी आज मां वनदेवी दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद सार्थक ग्रुप द्वारा निःशुल्क शरबत और शुद्ध पेयजल सेवा में लगे सार्थक ग्रुप के सहयोगियों को अपना आशीर्वाद दिए।"
इस पोस्ट से यह स्पष्ट होता है कि राजन सर अपने मार्गदर्शकों और वरिष्ठ नेताओं के आशीर्वाद को समाज सेवा में प्रेरणा मानते हैं, और इसे सार्थक ग्रुप की सफलता की आधारशिला मानते हैं।
भविष्य की योजना – सेवा को और विस्तार
विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि आने वाले वर्षों में इस सेवा को और व्यापक बनाया जाएगा। भविष्य में विद्यालय की योजना है कि श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा जांच और प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था की जाए।
मां दुर्गा के चरणों में समर्पित प्रार्थना
विद्यालय के निदेशक श्री राजन सर ने मां वनदेवी दुर्गा के चरणों में अपनी गहन श्रद्धा और आस्था प्रकट करते हुए भावनात्मक संदेश साझा किया। उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ सेवा के अनुभव को स्मरण करते हुए कहा – "हे मां वनदेवी दुर्गा, विगत 10 दिनों से मैं और मेरे सहयोगी श्रद्धालुओं की सेवा में निरंतर लगे रहे। इस पावन आयोजन में यदि कहीं कोई त्रुटि हुई हो तो मुझे अपने निर्बोध पुत्र के रूप में क्षमा करें। जब तक इस शरीर में शक्ति है, मैं आपके चरणों में सेवा करता रहूं और अपने सहयोगियों के साथ सदैव अच्छे कार्य करता रहूं, यही मेरी प्रार्थना है।"
निष्कर्ष
नवरात्रि जैसे पावन अवसर पर सार्थक प्राइमरी एकेडमी द्वारा की गई यह पहल केवल समाज सेवा का कार्य नहीं है, बल्कि यह शिक्षा और संस्कारों का भी जीवंत उदाहरण है। विद्यालय ने यह संदेश दिया है कि सच्ची शिक्षा वही है जो समाज के काम आए और दूसरों के जीवन में राहत पहुंचाए।
हरदी दुर्गास्थान के श्रद्धालुओं के लिए शरबत और शुद्ध पेयजल की यह सेवा आने वाले वर्षों तक याद की जाएगी और निश्चित रूप से यह समाज के लिए एक प्रेरणा बनेगी।











